Hindi News Club (ब्यूरो)। Tree Farming - किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। किसान उन फसलों की खेती करते हैं जिनकी मार्केट में अच्छी खासी डिमांड है जिससे उन्हें तगड़ा मुनाफा मिल सके। ऐसी ही एक फसल है जो किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली साबित हो रही है और वह है सफेद चंदन (safed chandan ki kheti) की खेती। अगर आप मोटी कमाई करना चाहते हैं तो सफेद चंदन की खेती कर सकते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ये खेती लॉन्ग टर्म निवेश (long term investment) है। यानी सफेद चंदन के पेड़ों को तैयार होने में काफी समय लगता है।
मार्केट में भारी डिमांड -
वैसे तो हमारे देश में दो किस्म के चंदन पाए जाते हैं। एक लाल दूसरा सफेद चंदन। लेकिन उत्तर भारत में सफेद चंदन की खेती (chandan ki kheti) अधिक की जाती है। किसान सफेद चंदन की किस्म की खेती करके तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। क्योंकि सफेद चंदन का इस्तेमाल औषधि बनाने, साबुन, अगरबती, कंठी माला, फर्नीचर, लकड़ी के खिलौने, परफ्यूम, हवन सामग्री और विदेशों में फूड में होता है, जिसके चलते मार्केट में इसकी भारी डिमांड रहती है। इसी वपह से चंदन की लड़की काफी महंगी बिकती है।
1 एकड़ में होगी करोड़ों में कमाई -
अगर आप चंदन की खेती करना चाहते हैं तो इसे पूरे खेत में भी लगा सकते हैं और चाहे तो खेत के किनारों पर भी लगाया जा सकता है। एक एकड़ जमीन पर सफेद चंदन के 410 पौधे लगाए जा सकते हैं। पौधों के बीच कम से कम 10 फीट की दूरी होना चाहिए। एक एकड़ में सफेद चंदन (safed chandan ki kheti) के पौधे लगाने में करीब 1 लाख रुपये तक की लागत आती है। चंदन की लकड़ी का भाव देश में 8 से 10 हजार रुपए प्रति किलो, यह डिमांड अनुसार उपर नीचे होता रहता है। वहीं, विदेश में ये 20 से 25 हजार रुपए किलो तक बिकती है। सफेद चंदन के पेड़ को विकसित होने में 14 से 15 साल का समय लेगता है। जिसके बाद इन्हें बेचकर 2 करोड़ रुपये से अधिक कमा सकता है।
ऐसी जमीन पर की जा सकती है चंदन की खेती -
सफेद चंदन की खेती ऊसर, बंजर, धूस और पथरीली जमीन में आसानी से की जा सकती है। सफेद चंदन की खेती के लिए ऊंची जमीन होनी चाहिए। जलभराव क्षेत्र या जमीन में सफेद चंदन की खेती संभव नहीं है। सफेद चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। लाल दोमट मिट्टी में सफेद चंदन के पौधों का जबरदस्त तरीके से विकास होता है।