Hindi News Club (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश (Up Today Mausam) में काफी दिनों से मानसून मेहरबान है। अगस्त में भारी बारिश के बाद सितंबर महीने की शुरुआत भी झमाझम बारिश के साथ हुई है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के मौसम को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। प्रदेश में आने वाले 4 से 5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही राज्य के अधिकांश जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने राज्य के कई क्षेत्रों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी कि है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है और ऐसे में लोगों को बारिश के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
प्रदेश के इन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट -
उत्तर प्रदेश के मौसम (UP Weather Today) को लेकर मौसम विभाग का बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल, प्रदेश के अधिकांश जिलों में अति भारी से भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। खासकर बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, गोंडा, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ (Lucknow Mausam), बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
विशेष रूप से बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर और प्रतापगढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे जनजीवन में अवरोध आ सकता है।
बारिश के कारण संभावित खतरे
जलभराव: अति भारी बारिश होने के कारण शहरों और ग्रामीण इलाकों में पानी भर सकता है, जिससे सड़क परिवहन बाधित हो सकता है।
फसल क्षति: भारी बारिश के चलते फसलों को नुकसान हो सकता है, जिससे किसानों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
भूस्खलन का खतरा: पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा के चलते भूस्खलन की संभावना भी बन सकती है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग (IMD) ने एडवाइजरी जारी करते हुए आम जनता को सावधान रहने और बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। प्रशासन ने भी सभी जिलों में तैनाती बढ़ा दी है और आपातकालीन सेवाओं को मुस्तैद रखा गया है। इस अलर्ट के तहत उत्तर प्रदेश के नागरिकों को अपने क्षेत्रों की ताजा जानकारी के लिए मौसम विभाग (Weather Update) की सलाहों का पालन करने की आवश्यकता है।