Car Bike Tips: कार और बाइक की टंकी फुल कराने वाले जान लें ये जरूरी बात

Car Bikes Tips: बहुत से लोग ऐसे होते है जो कि बार-बार पेट्रोलपंप के चक्कर लगाने से अच्छा एक बार में ही अपनी गाड़ी और बाइक की टंकी फुल करवा लेते है लेकिन क्या आप ये जानते है कि ऐसा करना कितना सही है। अगर आप वाहन चालक है तो आपको इसकी जानकारी होना जरूरी है।

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Car Bike Tips: कार और बाइक की टंकी फुल कराने वाले जान लें ये जरूरी बात

Hindi News Club (ब्यूरो) : वीकेंड पर अकसर लोग फैमिली और फ्रैंडस के साथ घूमने का प्लान बनाते है। इसके लिए अगर वो कोई दूर का ट्रिप प्लान करते है तो सबसे पहला काम गाड़ी की टंकी फुल कराने का ही करते है। ऐसे में लोग पेट्रोल पंप पर पहुंच टंकी फुल कराने का कहते है लेकिन जानकारी का अभाव होने के कारण उन्हे ये नही पता होता है कि ऐसा करना कितना सही है कितना नही। और आमतौर पर तो ये कभी किसी ने सोचा भी नही होगा। अगर आप भी टंकी फुल कराने वाला ये काम कर रहे है तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको गाड़ी और बाइक के फ्यूल टैंक (car fuel filling tips) को फुल कराने से होने वाले नुकसानों के बारे में बताने वाले है। तो टंकी फुल कराने ये पहले एक बार ये खबर जरूर पढ़ लें। 


कार और बाइक के फ्यूल टैंक की कैपेसिटी


अब अगर वाहन अलग-अलग है तो जाहिर सी बात है कि उनके  फ्यूल टैंक की कैपेसिटी (car Fuel tank capacity) भी अलग-अलग ही होगी। तो अब ऐसे में कया होता है कि कई बार पेट्रोल-डीजल भरने वाले कर्मचारियों को इसके बारे में जानकारी नही होती है तो जानकारी के अभाव में वो वाहन में अधिक पेट्रोल-डीजल भर देते है। नॉर्मली कुछ गाड़ियां 25 लीटर पेट्रोल-डीजल की कैपेसिटी के साथ आती हैं तो कुछ गाड़ी 35 लीटर की। वहीं अगर बाइक की बात करें तो बाइक भी 10 से 18 लीटर पेट्रोल की कैपेसिटी के साथ आती हैं। ऐसे में इसकी कैपेसटी के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी (tips for filling fuel in vehicle) है। 


वाहन का टैंक फुल करने के नुकसान


आप अपनी गाड़ी लेकर निकल रहे है और उससे पहले टैंक फुल करवाने जा रहे है तो आपको बता दे कि ऐसा करने आपके और आपके वाहन के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। टैंक फुल कराने के बाद जब गाड़ी चलती है, तो सस्पेंशन की वजह से फ़्यूल ऊपर-नीचे होता है। लेकिन अगर आप टैंक फुल करवाते है तो फ़्यूल लीक होने का खतरा और बढ़ जाता है। खासतौर पर, अगर गाड़ी को ढलान वाली सतह पर चलाते या पार्क करते है तो रिसाव हो सकता है जिससे कि आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। वैसे भी ईंधन एक अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ (fuel is a highly flammable substance) होता है। 


दूसरा कारण ये भी है कि अगर आप अपने वाहन की टंकी फुल करवाते है तो इससे इसमें हवा के निकलने की जगह नहीं बचती है और गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ने से हवा ज़्यादा बनती है। अब ऐसे में हवा में मौजूद पेट्रोल गर्मी की वजह से स्पार्क कर सकता है और विस्फोट हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप पेट्रोल भरवाते समय उसमें 100 एमएल पेट्रोल की जगह खाली छोड़े (Leave 100 ml of petrol space empty in car) ताकि हवा आसानी से निकल सके और दुर्घना होने से बच सके। 


तीसरी और आखिरी बात ये है कि ईंधन से निकलने वाले वेपर को टैंक के अंदर एडजस्ट (Adjust the fuel vapor inside the tank) होने  के लिए कुछ स्पेस की जरूरत होती है। अगर टैंक फुल होगा तो इस प्रक्रिया के लिए जगह नही बचेगी। अब ऐसे में फ़्यूल पंप पर असर पड़ता है और गाड़ी लीक करने लगती है जो कि दुर्घना का एक कारण भी बन सकती है। 


फूल नही तो कितना भरवाना चाहिए पेट्रोल डीजल?


जानकारी के लिए बता दें कि जितनी आपके वाहन के फ्यूल टैंक की कैपेसिटी (fill fuel according to Vehicle fuel tank capacity) है आपको हमेशा उससे 1-2 लीटर फ्यूल कम ही भरवाना चाहिए। इससे वाहन के फ्यूल पंप पर कोई दबाव नही बनेगा और सुरक्षा के लिहाज से भी सही ठीक है। 

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