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Hindi News Club (ब्यूरो) : कार खरीदना हर किसी का सपना होता है। नौकरी जॉइन करने के बाद ही व्यक्ति पहले अपनी खुद की कार के सपने देखना शुरू कर देता है। अगर आप भी ऐसा ही सपना देख रहे है तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की है। अधिकतर लोग यही सोचते है कि नौकरी मिलने के साथ ही वे अपनी खुद की कार खरीदने के लिए पैसे जमा करना शुरू कर देंगे। यही नही, लोन भी कार लेने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है लेकिन इसका भी तभी फायदा है जब आप बाकी खर्चों के साथ ही लोन की ईएमआई (car loan EMI) भी मेंटेन कर सके। लेकिन कई बार ऐसा नही भी हो पाता है। दूसरे खर्चों को मैनेज करने में लोग परेशान रहने लग जाते है। इसका सबसे बड़ा कारण होता है कि कुछ सिंपल कैल्कुलेशन करने में वे चूक जाते हैं और अपनी सैलरी के सही ब्रेक अप को नहीं समझ पाते हैं। इससे न केवल उनका घर का बजट बिगड़ता है बल्कि लोन के चक्कर में एक और लोन लेना पड़ जाता है जो (car loan) घातक साबित होता है। इसलिए कुछ भी प्लान करने से पहले आपकेा उसका पूरा हिसाब बिठा कर ही आगे बढ़ना चाहिए।
अगर आप कार खरीदने का प्लान कर रहे है तो सबसे पहले आपको कैल्कुलेशन को कई तरीकों से करना होगा। जैसे कि सबसे पहला कंपोनेंट तो आपकी मासिक आय होती है। सबसे पहले यही मैटर करता है कि आपकी मासिक आय (monthly income) कितनी है। इसी के साथ ही ये भी देखें कि हर महीने होने वाला खर्च क्या है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही आप एक फॉर्मूले के तहत गाड़ी खरीदने का प्लान करते है तो आपके लिए बेहतर रहेगा।
अब अगर कार खरीदने जा ही रहे है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कार की कीमत (car price) आपकी सालाना आय की 40 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। मान लों कि आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये है तो कार की कीमत 4 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। कैलकुलेशन के हिसाब से ही कार खरीदने का सोचे। ध्यान रखने योग्य बात ये है कि आपकी इस आय पर कोई और लोन नही होना चाहिए। अगर लोन लिया भी है तो आपको इसे अपनी सालाना आय के टोटल से काटना (car loan and income calculation) होगा।
अगर आप लोन पर कार लेने का सोच रहे है तो आपको आपकी किस्त का अनुपात भी आपकी मासिक आय के अनुरूप (Installment ratio as per monthly income) रखना है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि आपकी मासिक आय के 30 प्रतिशत से ज्यादा आपकी कार की किस्त नही होनी चाहिए, वरना आपका बैलेंस बिगड़ सकता है। उदाहरण के लिए बता दें कि अगर आपकी इनकम 70 हजार रुपये है तो आपकी कार की किस्त 21 हजार रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आपको ये सब मेंटेंन करके ही चलना होगा।
अगर आप चाहते है कि आपकी कार लोन का भार आपके कंधों से जल्दी जल्दी उतर जाए तो इसके लिए आपको कार खरीदने के दौरान ज्यादा से ज्यादा डाउनपेमेंट करना चाहिए। कैलकुलेशन (car buying tips in hindi) के हिसाब से बता दें कि कार की कुल कीमत का कम से कम 30 प्रतिशत डाउनपेमेंट करना होगा। इससे आप पर लोन का भार कम होगा और आपकी किस्त की राशि कम आएगी।