House Rent : किराये पर मकान देने से पहले जान लें ये इंपोर्टेंट बातें

आज के समय में प्रॉपर्टी से पैसा कामना काफी आम बात है। अक्सर देखा जाता लोग मकान किराये पर देकर अच्छी खासी कमाई करते है। अगर आप भी उन लोगों में शामिल है तो ये खबर आपके काम की है। बात दें, किसी को भी किराये पर घर देने से पहले सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।

author-image
Hindi News Club
New Update
House Rent : किराये पर मकान देने से पहले जान लें ये इंपोर्टेंट बातें

Hindi News Club (ब्यूरो)। Tips before Renting a house - पिछले एक दो साल में रियल एस्टेट (real estate) में तगड़ा उछाल आया है। जिसके चलते लोग प्रॉपर्टी में निवेश करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। अगर आपने भी कोई घर खरीदा है तो उसे किराय पर चढ़ाकर एकस्ट्रा इनकम (house rent agreement) कमा सकते हैं। लेकिन इस दौरान कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है। ताकि आने वाले समय में आपको परेशानी न हो।

क्योंकि कई मामलो में देखा गया है कि किराए पर मकान देने के बाद काफी लंबे समय तक मकान मालिक सुध नहीं लेते हैं। जिसके चलते किरायेदार प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लेता है और उन्हें अपनी प्रॉपर्टी से हाथ धोना पड़ता है। ऐसे में मकान किराए (rent agreement tips) पर देने से पहले किरायेदार के बारे में जानकारी हासिल करना और कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। 


किराएदार के बारे में जानकारी हासिल करें - 


अगर आप मकान किराए पर दे रहे हैं तो सबसे पहले किराएदार के बारे में जांच पड़ताल जरूर करें। किराएदार का नाम, पता, बैकग्राउंड पता करें। किराएदार के परिवार के आधार कार्ड की कॉपी लेकर थाने में सूचित (Police Verification) करें कि वह आपके घर में रह रहा है। अगर आप छात्रों को किराए पर कमरा दे रहे हैं, तो उनकी जांच-पड़ताल भी कर लें।

ऐसे रखें घर की मेंटेनेंस

 

घर को किराये पर पर देने से पहले दीवारों और छत की लीकेज को चेक कर लें। घर को पेंट भी करा लें। बिजली और प्लंबर का काम भी करवा लें। घर को हमेशा मेंटेन (Renting a house)  करके ही किरायेदार को दें, ताकी फिर किसी तरह की समस्या न हो। इससे आप भी शिकायत की सिरदर्द से बचेंगे।


प्रॉपर्टी एजेंट का अहम काम

 

कई बार लोग खुद ही किरायेदार को घर दे देते हैं या फिर प्रॉपर्टी एजेंट के जरिए भी किराये पर अपना घर चढ़ाते हैं। प्रॉपर्टी डीलर कमीशन (property dealer) के रूप में एक महीने का किराया लेते हैं। इससे मकान मालिक रेंट एग्रीमेंट जैसे कागजी काम से बच जाता है। ये सब काम प्रॉपर्टी एजेंट ही करा देते हैं।


लिखित एग्रीमेंट बनवाना 

किराएदार के साथ एक लिखित एग्रीमेंट (Rent Agreement) बनाएं, जिसमें दोनों पक्षों के हितों की रक्षा के लिए नियम और शर्तें शामिल हों। जैसे कि, मकान में कोई नुकसान होने पर किराएदार जिम्मेदार होगा, किराया कितने दिनों बाद बढ़ाया जाएगा, और बिजली के मीटर अलग रखे जाएंगे। एग्रीमेंट में टर्मिनेशन क्लॉज भी शामिल करें, जिसमें नोटिस पीरियड और समय पूरा होने पर खत्म होने की शर्तें बताई जाएं। एग्रीमेंट की एक कॉपी अपने पास रख लें और मूल कॉपी मालिक के पास रख दें।

घर का हाई रेंट

 

आपने घर के एरिया के अनुसार ही किराया रखना है। ताकि किरायेदार मिलने में कोई मुश्किल न हो। अगर आप मकान का रेंट हाई रख देंगे, तो फिर किरायेदार मिलने में मुश्किल हो जाएगी। इसलिए मार्केट के रेट अनुसार ही किराया रखें।

House Rent Tips before Renting a house House Rent Tips rent agreement tips property dealer