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Hindi News Club (ब्यूरो) : लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का उत्साह नरेंद्र मोदी (PM Modi) के कार्यों से झलक रहा है। वे देश में विकास की बयार को लगातार चलाए हुए हैं। हाल ही में केंद्र सरकार (Center government)ने महाराष्ट्र के ठाणे, पुणे तथा कर्नाटक के बेंगलुरु (Metro Rail Corporation Limited)के लिए बड़े मेट्रो प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को इन 3 शहरों को लगभग 30,000 करोड़ रुपए के विकास कार्य की सौगात दी है। इससे लाखों लोगों को फायदा तो मिलेगा ही, साथ ही मेट्रो कार्पोरेशन के राजस्व में भी इजाफा होगा।
कैबिनेट की बैठक में लिए ये अहम फैसले
कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnav)ने कहा कि ये महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स इन शहरों में इंफ्रा सुविधाओं में इजाफा करेंगे। तीनों प्रोजेक्ट्स करीब 5 साल में पूरा होने की संभावना है। यानी इनका कार्य 2029 तक पूरा होने का अनुमान है। इन मेट्रो प्रोजेक्ट्स के अलावा और भी कई महत्पूर्ण फैसले लिए गए। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने पश्चिम बंगाल के बागडगोरा एयरपोर्ट और बिहार के बिहटा में दो नए सिविल एन्क्लेव के विकास को मंजूरी दी। इन दोनों पर लगभग 3,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
आज 21 शहरों में है मेट्रो की सुविधा
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने पिछले आंकड़ों से तुलना करते हुए कहा कि 2014 से पहले देशभर में केवल पांच शहरों में मेट्रो की सुविधा थी, लेकिन अब 21 शहरों में मेट्रो सुविधाएं हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार के नए कार्यकाल में कार्यभार संभालने के बाद भी 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की इंफ्रस्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मंजूर किए गए हैं।
कर्नाटक के बेंगलुरु में 31 स्टेशनों का है प्रोजेक्ट
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (metro rail project)फेज-3 प्रोजेक्ट के दो कॉरिडोर विकसित करने के कैबिनेट के फैसले से सरकारी खजाने पर 15,611 करोड़ रुपए का बोझ पड़ने वाला है। हाल ही के फैसलों में यह सबसे अधिक लागत व सबसे ज्यादा स्टेशनों वाला प्रोजेक्ट है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इससे 31 स्टेशनों के साथ 44.65 किलोमीटर (किमी) तक फैले दो कॉरिडोर विकसित होंगे। तीसरे फेज के पूरा होने के बाद बेंगलुरु शहर में 220.20 किलोमीटर का मेट्रो रेल नेटवर्क बनाया जाएगा।
ठाणे में 22 स्टेशन होंगे मेट्रो प्रोजेक्ट में
ठाणे में 29 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर (Metro Corridor)बनाया जाएगा। इसमें 22 स्टेशन होंगे। इसका नेटवर्क एक तरफ उल्हास नदी और दूसरी तरफ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) से घिरा हुआ है। 22 स्टेशनों वाले इस प्रोजेक्ट पर 12,200 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इनोवेटिव फाइनेंसिंग तरीकों में कई चीजों को शामिल किया गया है। इनमें स्टेशन के नामकरण और कॉर्पोरेट के लिए एक्सेस राइट्स, असेट्स के मॉनेटारजेशन, वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग रूट्स शामिल हैं, जिन्हें बेचकर फंड जेनरेट किया जाएगा।
पुणे मेट्रो प्रोजेक्ट पर इतनी आएगी लागत
ठाणे के अलावा कैबिनेट ने महाराष्ट्र (Maharashtra Metro Rail Corporation Limited)के एक और मैट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इस पर 2,954. 53 करोड़ रुपए लागत आएगी। वास्तव में ये प्रोजेक्ट पुणे मेट्रो फेज 1 का एक्सटेंशन होगा। आधिकारिक बयान के अनुसार यह नया एक्सटेंशन 5.46 किमी तक फैला हुआ होगा और इसमें तीन अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे। ये अंडरग्राउंड स्टेशन मार्केट यार्ड सहित बिबवेवाड़ी, बालाजी नगर और कटराज जैसे प्रमुख इलाकों को कनेक्ट करेंगे।
बागडोगरा हवाई अड्डे पर बनेगा नया सिविल एन्क्लेव
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे (Bagdogra Airport) पर 1,549 करोड़ रुपये की लागत से एक नया सिविल एन्क्लेव बनाया जाएगा। इसके तहत 70,390 वर्ग मीटर क्षेत्र में टर्मिनल भवन बनाया जाएगा। इसकी क्षमता प्रति घंटे के हिसाब से 3,000 यात्रियों को एक साथ संभालने की होगी। अगर इसकी वार्षिक क्षमता की बात करें तो एक करोड़ यात्रियों को यहां कोई दिक्कत नहीं है। यह बात एक आधिकारिक बयान में सामने आई है।
बिहार के बिहटा में विकसित किया जाएगा नया सिविल एन्क्लेव
इसके अलावा, बिहार (Bihar News)के बिहटा में नया सिविल एन्क्लेव बनाया जाएगा। इसके लिए 1,413 करोड़ रुपए की लागत आएगी। बिहटा में नया एकीकृत टर्मिनल भवन 66,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में एरिया में होगा। इसकी सालाना क्षमता 50 लाख यात्रियों को संभालने की होगी।
प्रति घंटे की बात करें तो 3,000 यात्रियों को यहां एक साथ कोई दिक्कत नहीं होगी। बड़े एरिया में फैला होने के कारण यह सुविधा रहेगी कि जरूरत पड़ने पर बिहटा टर्मिनल की क्षमता को बढ़ाकर एक करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जा सकेगा। यहां पर बता दे कि फिलहाल देश में 157 परिचालन हवाई अड्डे हैं और यह सबसे तेजी से बढ़ते असैन्य विमानन बाजारों में से एक है।