Hindi News Club (ब्यूरो) : दिन-प्रतिदिन ऑनलाइन सुविधाओं का विस्तार होता जा रहा है। इसी के तहत अब यूपीआई यूजर्स को बड़ी सुविधा मिली है। वे मालदीव में भी यूपीआई के जरिये पेमेंट (UPI kis kis desh me allowed h) कर सकते हैं। इसकी घोषणा भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने की है। भारत की ओर से कई देशों में इस सेवा को पहले ही शुरू किया जा चुका है। अब जल्द ही मालदीव में भी यूपीआई सेवा शुरू होगी।
इस देश के साथ यूपीआई को लेकर समझौता ज्ञापन पर साइन
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मालदीव दौरे पर हैं। यहां उन्होंने मालदीव में भी यूपीआई सेवा शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा भारत और मालदीव ने यहां एकीकृत भुगतान इंटरफेस (Unified Payment Interface) सुविधा शुरू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का मालदीव के पर्यटन क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस संबंध में शुक्रवार को समझौता ज्ञापन (MOU)यानी Memorandum of understanding पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर भी इस बारे में लिखा है।
डिजिटल लेन-देन में भारत लाया क्रांति
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payments Corporation of India) द्वारा विकसित यूपीआई मोबाइल फोन के माध्यम से बैंकों के बीच लेनदेन को सुविधाजनक बनाने के लिए एक त्वरित वास्तविक समय भुगतान प्रणाली (Instant Real Time Payment System) है। मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ बैठक के बाद संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि भारत ने अपने यूपीआई के माध्यम से डिजिटल लेनदेन में बड़ी सफलता अर्जित की है व डिजिटल लेन देन में क्रांति ला दी है।
भारतीय डिजिटल पेमेंट सिस्टम को सराहा
विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में वित्तीय समावेशन नए स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने इस दौरान पूरी दुनिया के 40 प्रतिशत वास्तविक समय के डिजिटल भुगतान अकेले भारत में होने का दावा भी किया।
पर्यटन को मालदीव की आर्थिक गतिविधि का प्रमुख स्रोत (UPI Payment rules) बताते हुए उन्होंने कहा कि यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है तथा 60 प्रतिशत से अधिक विदेशी मुद्रा का स्रोत भी है। यहां पर बता दें कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पिछले वर्ष पदभार ग्रहण करने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। मोहम्मद मुइज्जू चीन के समर्थक कहे जाते हैं।