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Hindi News Club (ब्यूरो)। Bank Loan Tips - सभी को अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जब पैसे नहीं होते हैं। तो मन में लोन लेने का ख्याल आता है और हम बैंक का रूख करते हैं। बैंक हमे पर्सनल लोन से लेकर कार लोन, होम लोन आदि कई तरह के कर्ज ऑफर करता है। अब यहां गौर करने वाली बात यह है कि जब भी हम कोई लोन का सिलेक्शन करते हैं तो सबसे पहले उसकी कोशिश ये रहती है कि ब्याज (Interest Rate) कम से कम लगे।
हालांकि, अगर आपको कम ब्याज दर पर लोन चाहिए तो इसकी तैयारी आपको काफी पहले से ही करनी होगी। आइए जानते हैं कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन (Personal Loan) पाने की कुछ शानदार टिप्स, जो आपके लिए बड़ी काम की साबित होंगी। मुमिकन है कि आप बेहद सस्ती दर पर लोन पा सकें।
क्रेडिट स्कोर होना चाहिए अच्छा -
अगर आप सस्ता लोन (cheapest loan) लेना चाहते हैं तो आका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। दरअसल, जब आप लोन लेने के लिए बैंक के पास जाते हैं तो सबसे पहले क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है और उसी के आधार पर यह तय किया जाता है कि लोन किस दर पर मिलेगा।
आपका क्रेडिट स्कोर (credit score) जितना अच्छा होगा, आपको उतना ही सस्ता लोन मिल सकता है। अच्छे क्रेडिट स्कोर का मतलब है कि जो आपने पहले लोन लिया था उसकी सभी किस्त समय पर चुकाई गई हों। अगर आप कोई डिफॉल्ट नहीं करते हैं। ऐसे में बैंक को भी भरोसा होता है कि आप उनके पैसे चुका देंगे।
कई बैंकों की करें तुलना -
सभी अपनी जरूरतों के हिसाब से ही लोन लेते हैं। अगर आप कोई छोटा-मोटा लोन लेना चाहते हैं। तो आप बिना तुलना किए भी ले सकते हैं, क्योंकि उसमें काफी समय लगता है। लेकिन अगर आप बड़ा लोन ले रहे हैं तो आपको पहले कुछ बैंकों की तुलना कर लेनी चाहिए। कि कौन सा बैंक कितना ब्याज दे रहा है और तुलना करते वक्त सिर्फ ब्याज दर (loan interest rate) ना देखें, बल्कि दूसरे हिडन चार्ज भी देखें।
क्योंकि कई बैंक सस्ती ब्याज दर पर कर्ज ऑफर कर रहे होते हैं लेकिन उनके चार्ज बहुत अधिक होते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि बैंक कितनी प्रोसेसिंग फीस (Bank Processing Fee) ले रहा है, ब्याज दर फिक्स है या रिड्यूसिंग बैंलेंस पर है या कोई दूसरा चार्ज तो नहीं लग रहा है।
बैंकों के साथ करें नेगोशिएशन
जब आप बैंकों के पास लोन (Bank Loan Tips) लेने के लिए जाते हैं तो आप बैंक के साथ ब्याज दरों को लेकर नेगोशिएशन कर सकते हैं। यानी की ब्याज (interest rate) को मोल भाव कर सकते हैं। ऐसे करने पर बैंक आपको कम ब्याज पर भी बेहतर लोन दे सकता है।
सही लोन चुनें
पर्सनल लोन (Personal Loan) दो तरह के होते हैं सिक्योर लोन और अनसिक्योर लोन। लोन लेने से पहले आपकों इन दिनों के बीच अंतर के बारे में जरूर पता होना चाहिए। सिक्योर लोन (secured loan) एफडी, म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) या किसी अन्य तरह के निवेश पर ले सकते हैं।
इसमें ब्याज दर भी काफी कम मिलती है। वहीं, अनसिक्योर लोन में ब्याज ज्यादा चुकाना पड़ता है। ऐसे में आप बैंक से सिक्योर और अनसिक्योर लोन (unsecured loan) के बारे में विस्तार से बात कर सकते हैं।
लोन की अवधि का रखें ध्यान
अक्सर जब आप बैंक से लोन लेते हैं तो आप देखेंगे कि अधिक दिन के लिए ईएमआई बनवाने पर आपको कम ब्याज दर की पेशकश की जाती है। यहां आपको एक बात ये समझनी है कि कम ब्याज दर का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आप कम ब्याज चुका रहे हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि आप अधिक दिनों तक कम दर से ब्याज चुकाते हैं, ना कि कम ब्याज चुकाते हैं। तो कोशिश करें कि लोन की अवधि (loan period) आपकी अफॉर्डेबिलिटी के हिसाब से कम ही रहे, ताकि लोन वापस चुकाना आसान भी हो और आपकी जेब से अतिरिक्त पैसे भी ना जाएं।