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Hindi News Club (ब्यूरो) : आईएएस बनने के लिए यूपीएससी का एग्जाम देश में सबसे कठिन एग्जाम माना जाता है। इसकी तैयारी के लिए कोचिंग पर ही लाखों रुपये खर्च हो जाते हैं। गरीब होने के बावजूद देशल दान रतनु (Deshal Dan Ratanu Ki Success Story) का आत्मविश्वास नहीं डोला और उन्होंने मेहनत के दम पर पहली बार में ही UPSC का एग्जाम पास (UPSC Exam)कर डाला। अब वे लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।
मेहनत के दम से पाई सफलता
देशल दान रतनु के पापा चाय की दुकान करते थे। इसी दुकान पर परिवार का पालन-पोषण टिका था। घर का खर्च मुश्किल से चला पा रहे थे। बेटे का आईएएस का सपना पूरा करने के लिए उनके पास पैसा भी नहीं था। मुश्किल हालात में जीवन यापन कर रहे इस परिवार में जन्मे देशल दान रतनु ने मेहनत को सफलता का मंत्र बनाया और कामयाबी पाई।
पूरे गांव को है सफलता पर गर्व
देशल दान रतनु की सफलता की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो गरीबी से जूझ रहे हैं। कठिन हालात में भी देशल दान ने साबित कर दिया कि अगर हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें तो हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। राजस्थान के जैसलमेर जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे देशल की सफलता पर आज पूरा गांव पर गर्व कर रहा है। गरीबी के बावजूद देशल (IAS Deshal Dan Ratanu Ki Success Story)ने कभी उत्साह और हिम्मत नहीं छोड़ी। उन्होंने पढ़ाई में पूरा ध्यान लगाया और अपनी मेहनत से एक ऐसा मुकाम हासिल किया।
बड़ा परिवार पालना पिता के लिए था मुश्किल
देशल के कुल सात भाई-बहन हैं। चाय की दुकान चलाकर बड़ा परिवार पालना उनके पिता के लिए काफी बड़ी चुनौती थी। घर में इतने पैसे नहीं थे कि वे देशल को अच्छी शिक्षा दिला सकें। देशल शुरू से ही अफसर बनने के सपने संजोए हुए था। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत की। वह हर क्लास में टॉप मार्क्स लाते थे। उनकी मेहनत का अंजाम ये हुआ कि उन्हें आईआईआईटी जबलपुर में दाखिला मिल गया। जहां से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरी की और बाद में यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईएएस बने।
इनसे मिली प्रेरणा
देशल अपनी सफलता का श्रेय अपने भाई को भी देते हैं। उनके बड़े भाई इंडियन नेवी में थे, जो साल 2010 में शहीद हो गए थे। देशल के अनुसार उनके बड़े भाई चाहते थे कि वह अफसर बनें। भाई के सपने को पूरा करने की भी देशल के मन में ललक थी। देशल ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। कोचिंग के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए सेल्फ स्टडी को बेस बनाते हुए खुद से पढ़ाई की और अथक मेहनत के परिणाम से पहली ही कोशिश में यूपीएससी परीक्षा पास की।
इंटरनेट की मदद से की पढ़ाई
देशभर में सबसे कठिन एग्जाम कहे जाने वाले यूपीएससी (UPSC Exam ki taiyari kaise kre)के एग्जाम में उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही 82वां रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया। देशल की सफलता का राज मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प है। उन्होंने कभी भी हालात से हार नहीं मानी बल्कि हालात को ही हरा डाला। सकारात्मक सोच के साथ हमेशा अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में इंटरनेट उनके लिए काफी मददगार रहा। वह युवाओं को सलाह देते हैं कि परीक्षा से पहले सभी टॉपिक्स को ज्यादा से ज्यादा बार रिवाईज जरूर कर लें। मेहनत व जुनून से लक्ष्य को पाएं।