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Hindi News Club (ब्यूरो) : अनियमित खान-पान, तनाव और बिजी लाइफस्टाइल के कारण शरीर कई रोगों का शिकार हो जाता है। हार्ट की बीमारियां आम हो गई हैं। यह खासकर शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल के कारण होता है। बैड कोलेस्ट्रोल की मात्रा (Cholesterol ka pta kaise kre)शरीर में बढ़ने से हार्ट ब्लॉकेज जैसी समस्या आती है। इससे इंसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत भी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि समय-समय पर कोलेस्ट्रोल के स्तर (Bad Cholesterol effects)की जांच करवा ली जाए। इसकी जांच के लिए टेस्ट काफी महंगे हैं। इसलिए बिना टेस्ट कराए अगर आप कोलेस्ट्रोल का स्तर (Bina test Cholesterol ka pta kaise kre) पता करना चाहते हैं तो यह खबर आपके बहुत काम की है। आइये जानते हैं कुछ खास टिप्स के बारे में इस खबर में, जिनसे आप बिना रुपये लगाए व टेस्ट कराए (Cholesterol test kitne me hota h) भी कोलेस्ट्रोल का स्तर जान सकते हैं।
इसलिए बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा
नसों में खून गाढ़ा होने से थक्के जम जाते हैं। यह कोलेस्ट्रोल (how to control cholestrol)की शरीर में ज्यादा मात्रा बढ़ जाने पर होता है। ऐसे में हार्ट में ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। वैसे तो कोलेस्ट्रॉल की जांच (Bad Cholesterol kam kre)के लिए खास तरह का मेडिकल टेस्ट होता है, जिससे एक दिन के अंदर इसका पता लगाया जा सकता है। इससे आप समय रहते उपचार करा सकते हैं व समस्या का हल हो सकता है।
यह होता है हार्ट ब्लॉकेज का कारण
आंकड़ों के अनुसार पिछले कुछ सालों में दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौत की संख्या बढ़ी है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट कहती है कि सिर्फ साल 2022 में दिल का दौरा पड़ने से 12.5 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी बीमारियों की सबसे बड़ी वजह शरीर में बढ़ती बैड कोलेस्ट्रोल (Bad Cholesterol kam krne ke treeke)की मात्रा से हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या है।
दिल की धड़कन पर पड़ता है सीधा असर
हार्ट ब्लॉक की स्थिति में दिल ठीक से काम नहीं कर पाता है। इसमें सीधा असर दिल की धड़कन पर पड़ता है। दिल का दौरा या कोरोनरी आर्टरी डिजीज, पोटेशियम का लेवल बढ़ने लगता है। इसके कारण हार्ट में ब्लॉकेज (Bina test Cholesterol ka pta kaise kre)की समस्या बढ़ने लगती है और कोलेस्ट्रॉल का लेवल (Bad Cholesterol ko kaise control kre)भी बढ़ने लगता है। कई मामलों में यह देखा गया है कि ब्लॉकेज का समय रहते पता नहीं चलता है। जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं तब तक ब्लॉकेज बहुत ज्यादा हो चुकी होती है या हार्ट अटैक हो जाता है। नियमित जांच ही ऐसा जरिया है जिससे हार्ट ब्लॉकेज का वक्त रहते पता लगाया जा सकता है। समय रहते जांच इसलिए जरूरी है ताकि ब्लोकेज के समस्या शुरुआती दौर में हो तो उसी समय उसका उपचार करवाया जा सके।
ऐसे पता चलता है ब्लॉकेज की प्रतिशतता का
चिकित्सकों के अनुसार एक दिन में हार्ट ब्लॉकेज का पता (Control increasing cholesterol) लगाया जा सकता है। एडवासं टेक्नोलॉजी का इसमें बहुत बड़ा रोल है। आजकल मार्केट में ct coronary scan Test की सुविधा आ गई है। इससे मिनटों में ही जांच हो जाती है। 3 सेकंड के लिए एक इंजेक्शन दिया जाता है और 5 सेकंड एक एक्सरे लिया जाता है। इससे अंदर की सारी पिक्चर क्लियर हो जाती है। इससे आसानी से पता लगाया जा सकता है ब्लॉकेज (How To Check Cholesterol)कितना परसेंट हुआ है। इसमें यह भी पता भी लगाया जा सकता है कि ब्लॉकेज कहां पर हुई है।
बिना टेस्ट करवाएं ऐसे लगाएं पता
हार्ट ब्लॉकेज के कुछ लक्षण शरीर में प्रदर्शित होते हैं, उनसे पता लगाया जा सकता है कि ब्लॉकेज ( Bad Cholesterol ka level kaise pta kre)हुई है। लेकिन ये लक्षण ब्लॉकेज बढ़ने पर सामने आते हैं, ब्लॉकेज (Bad Cholesterol ka level kaise pta kre)की शुरुआत में ये अक्सर पता ही नहीं चलते। इसलिए पहले से ही अपने स्वास्थ्य, हार्ट की नियमित जांच करवाते रहना बहुत जरूरी है। ब्लॉकेज के लक्षणों में कुछ लोगों को चक्कर आते हैं या बेहोश छा जाती है।
छाती में दर्द या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण ब्लॉकेज (How To Control Bad Cholesterol) के हो सकते हैं। इसके अलावा सांस फूलना, बहुत ज्यादा थकान और कभी-कभी एंग्जायटी इसके लक्षण भी ब्लॉकेज से जुड़े होते हैं। फिर भी चिकित्सक से समय पर जांच (Bad Cholesterol ka test kb kraye)करवाना बेहतर रहता है, क्योंकि ब्लॉकेज कभी भी जानलेवा बन सकती है।
Disclaimer : खबर में दी गई जानकारी विभिन्न सूचनओं व मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसलिए आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित चिकित्सक व विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें।