/hindi-news-club/media/media_files/w7lCSJY397noubzcioTD.jpg)
Hindi News Club (ब्यूरो) : बच्चों की पर्सनालिटी (Bache ko smart kaise Bnaye) पर ध्यान देने से न केवल आपका बच्चा अन्य बच्चों से अलग दिखेगा बल्कि माता-पिता को भी चाइल्ड केयरिंग पैरेंट्स के रूप में पहचान मिलती है। इसलिए माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे अपने बच्चे की पर्सनालिटी पर शुरू से ही ध्यान दे। इसका बड़ा फायदा एक और यह है कि बच्चा बड़ा होने पर पर्सनालिटी के प्रति सजग रहेगा और वह इस बारे में काफी चीजें अडॉप्ट भी कर चुका होगा। एक तरह से वह बनावटी पर्सनालिटी के बजाय इसका हेबीचुअल हो जाएगा, जो समाज में उसे अलग पहचान दिलाएगी।
पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स
कम उम्र में ही बच्चों की पर्सनालिटी अट्रैक्टिव (Smart bache) बनाना चाहते हैं तो आपको कुछ खास टिप्स आजमाने होंगे। इससे आपका बच्चा इंटेलीजेंट और स्मार्ट बनेगा। बच्चों की आकर्षक पर्सनालिटी उनमें कई गुणों का विकास करती है। बच्चे के शारीरिक, मानसिक विकास के साथ-साथ चहुंमुखी विकास जरूरी है। अगर बच्चे की पर्सनालिटी अच्छी रहेगी तो लोग बच्चों की तरफ खिंचे चले आएंगे। अपने बच्चों की पर्सनालिटी को आकर्षित बनाने के लिए सबसे पहले माता-पिता अपने बच्चों को हमेशा प्रोत्साहित करें।
प्यार जताने के लिए नहीं होनी चाहिए कोई कंडीशन
बच्चों को ज्यादातर माता-पिता उनकी छोटी सी गलती पर भी अधिक डांटते हैं, लेकिन यह समझना जरूरी है कि बच्चे के अच्छे कार्यों की प्रशंसा उन्हें अधिक समझदार बनाती है। हर अच्छे काम पर बच्चों की प्रशंसा करें, छोटे-छोटे काम पर उन्हें शाबाशी (personality develope krne ke tips) दें। बिना शर्त के उनसे प्यार करें। बच्चों को दोस्ताना माहौल दें ताकि वह आपको हर छोटी बड़ी चीज छुपाने के बजाय आसानी से बता सकें। इससे आपको आपके बच्चे की कमजोरी पता चलेगी और आप उसकी पर्सनालिटी को इंप्रूव करने में सहजता व आसानी महसूस करेंगे।
हमेशा सकारात्मक बातें करें
बच्चों की पर्सनालिटी डेवलप करने के लिए हर माता-पिता को अपने बच्चों के साथ (Bachon ki personality kaise develope kre)हमेशा सकारात्मक बातें करनी चाहिए। नकारात्मकता से दूर रखने के लिए यह सही व प्रफेक्ट मेथड है। बच्चों में नकारात्मक सोच को डेवलप न होने दें। इसके लिए नकारात्मक चीजों से व बातों और विचारों को हमेशा अवायड करें। बच्चों में ऐसी क्षमता विकसित करें ताकि वे अपने निर्णय खुद से ले सकें। बच्चों में समझ व विवेक बढ़ेगा तो वे सही निर्णय स्वयं ले सकेंगे। उन्हें हर छोटी-छोटी बात पर फैसला लेने में संशय या असमंजस नहीं रहेगा।
सहयोग की भावना को बच्चों में विकसित करें
बच्चों को अपडेट रखें व इसका महत्व भी बताएं, ताकि व जमाने की चाल से न पिछड़े। नई-नई चीजों व घटनाओं से अवगत कराएं। परिस्थिति के अनुसार ढ़लना सिखाएं ताकि व हर हालात में सामंजस्य (personility developement ke Tips) व तालमेल स्थापित कर सके। आप अपने बच्चों को समाज सेवा व सहयोग की भावना के लिए प्रेरित करें।
बच्चों की रुचि पर ध्यान दें और उन्हें ऑल राउंडर बनाएं
आज के समय में बच्चे को ऑलराउंडर (personility developement)बनाना जरूरी है। इसका अर्थ यह है कि उसे हर परिस्थिति से सूझबूझ से लड़ना सिखाएं। इससे वह सुलझे हुए इंसान के रूप में वह पहचान बना सकेगा। बच्चों की पर्सनालिटी को अट्रैक्टिव बनाने के लिए आपको उनकी रुचियों पर जरूर ध्यान देना चाहिए। माता-पिता यह जरूर नोट करें कि बच्चे की किस कार्य में अधिक रुचि है और वह कौन से कार्य को स्मार्ट तरीके से करता है। उसी दिशा में उसको आगे बढ़ाया जा सकता है। आगे चलकर वह उसी कार्य में अधिक दक्षता व संपूर्णता प्राप्त कर सकता है। जबरदस्ती कोई काम न थोंपें।
खुद को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करें
अच्छे कार्यों के लिए बच्चे को प्रेरित करना है तो सबसे पहले खुद अच्छे कार्यों का उदाहरण (How To develop personility) बनें। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बच्चे माता-पिता के गुणों को सबसे पहले एडोप्ट करते हैं। ऐसे में बच्चे को तमाम गुण ग्रहण करने में आसानी व कम समय लगेगा। आप अपने बच्चों के लिए एक अच्छे रोल मॉडल बनें । हर बच्चे का दिमाग और सोच अलग होती है, इसलिए आप उसी हिसाब से बच्चों के साथ व्यवहार करें।