Hindi News Club (ब्यूरो) : Side effects Of eating Rice: भारत में स्टेपल फूड के नाम पर ज्यादातर लोग गेहूं और चावल का ही सेवन करते है। चावल कई राज्यों में सबसे महत्वपूर्ण अनाजों में से एक है। इसके स्वास्थ्य लाभ तो होते ही है साथ ही ये कई स्किन प्रोब्लम्स के लिए भी बेहतर होता है। लेकिन वो कहते है ना कि अति किसी भी चीज की बुरी होती है। उसी तरह चावल का अधिक सेवन (excessive consumption of rice) भी आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। चावल में आर्सेनिक नामक जहरीला तत्व पाया जाता है जो कि गुर्दे और लीवर को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, चावल में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने से ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ जाता है। चावल में मौजूद फाइटेट्स और प्यूरीन भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए, डायबिटीज, मोटापा और गठिया जैसी समस्याओं से ग्रस्त लोगों को चावल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। ऐसे में आइए नीचे खबर में जानते हैं चावल खाने से और क्या-क्या नुकसान (What are the disadvantages of eating rice?) हो सकते है।
1. ओबेसिटी का खतरा
चावल खाने से होता क्या है कि आपका पेट तो आपको भरा-भरा लगता है लेकिन कैलोरी बर्न नहीं होती है। ऐसे में चावल का अधिक सेवन आपका वजन बढ़ाकर आप पर ओबेसिटी का खतरा (risk of obesity) बढ़ा देता है। इससे बचने के लिए चावल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और नियमित व्यायाम आवश्यक है। जितना हो सके आप चावल कम ही खाएं।
2. कोलेस्ट्रोल लेवल में बढ़ोतरी
चावल में पाई जाने वाली कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा ब्लड स्ट्रीम में ट्राइग्लिसराइड्स यानि वसा का स्तर बढ़ाने (rice increase fat levels) लगता है। ट्राइग्लिसराइड्स के बढ़ने से कोलेस्ट्रोल का स्तर भी बढ़ता है। इसलिए हाई कोलेस्ट्रोल वाले लोगों को चावल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
3. हो सकते है दिल की बीमारी का शिकार
डॉक्टरस और एक्सपर्ट की राय के अनुसार अगर आप हर रोज सफेद चावल का सेवन (consumption of white rice) करते है तो आपको दिल की बीमारियां होने के खतरा और भी बढ़ जाता है। पोषक तत्वों की बात की जाए तो इसमें फाइबर तो कम होता ही है साथ ही पोषक तत्वों की भी कमी होती है। अगर फाइबर की कमी है तो जाहिर सी बात है कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाएगा। और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियां को निमंत्रण देता है। इसलिए डॉक्टर का कहना हैं कि रोज सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस या लाल चावल खाएं। इनमें पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। ये दिल के लिए फायदेमंद होते हैं। इनसे नुकसान नही पहुंता है।
4. मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव
हर रोज चावल का सेवन भी सही नही रहता है। अगर आप अधिक मात्रा में चावल का सेवन (rice consumption side effects) कर लेते है तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इसके अलावा चावल में मौजूद उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स इंसुलिन के स्तर को प्रभावित करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। चावल कार्बोहाइड्रेट्स का उच्चतम स्त्रोत है जो वजन बढ़ाता है और मोटापा भी मेटाबॉलिज्म के खराब होने का खतरा बढ़ा देता है।