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Hindi News Club (ब्यूरो)। ग्राहक दुकानदार के लिए देवता माना गया है। उसके आगमन से ही धन लक्ष्मी का आगमन होता है। कई बार लाख प्रयत्न व मेहनत करने के बाद भी दुकान (Vastu Tips for Shop) में दिनभर में आने वाले ग्राहकों की संख्या न के बराबर होती है। ऐसे में आर्थिक परेशानी बढ़ जाती है। इस समस्या के समाधान के लिए वास्तु शास्त्र में सुझाए गए नियम (Ways to remove Vaastu defects of shop) कारगर हो सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में।
दुकान या कार्यालय के स्थित होने की दिशा
अगर आप कोई ऑफिस या दुकान खोलने जा रहे हैं तो आपको उसके वास्तु स्थिति (Vastu Dosh Kaise Door Kren)का जरूर पता होना चाहिए। किसी भी कारोबार (Business Idea News in hindi)को शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त के देखे जाने से लेकर दुकान या कार्यालय की दिशा स्थिति तक का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। दुकान के मेन गेट और उसके स्थित होने की दिशा सही न होने पर धन की कमी, नकारात्मक ऊर्जा, असफलता, व्यापार में नुकसान आदि जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु में ऐसे कुछ नियम हैं जो नकारात्मकता और बुराइयों को दूर करने के साथ-साथ, धन और समृद्धि बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
वास्तु शास्त्र के नियमों को दरकिनार करना भी बढ़ा सकता है समस्या
आजकल ज्यादातर लोग अपनी दुकान को वास्तु दिशा निर्देशों के अनुसार (दुकान के वास्तु दोष दूर करने के उपाय)बनाने की कोशिश करते हैं, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय में हानि का सामना न करना पड़े। लेकिन कई बार जगह की कमी और वास्तु नियम की जानकारी के अभाव के कारण लोगों को वास्तु दोषों को दरकिनार कर देते हैं। ऐसे में उनकी समस्या बढ़ सकती है और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
वास्तु दोष मिटाने के लिए करने होंगे जरूरी उपाय
कई बार आपको सड़क के किनारे भीड़ वाली दुकानों में ग्राहकों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। लेकिन कुछ दुकानें ऐसी होती हैं जो खुली जगह पर होती हैं और इसके बावजूद वहां एक भी ग्राहक नहीं जाता। इसके पीछे कोई तो कारण होता ही होगा। इसके पीछे वास्तु दोष सबसे बड़ा कारण हो सकता है। ऐसी स्थिति में वास्तु के कुछ उपाय बताए जाते हैं, जिससे आपकी ये परेशानी हल हो सकती है। वास्तु दोष मिटाने के लिए आपको जरूरी उपाय करने होंगे।
दुकान या ऑफिस में बरकत के लिए करें ये उपाय
वास्तु शास्त्र के अनुसार दुकान या ऑफिस (Astro Tips For Shop and Office)के मुख्य द्वार का बड़ा होना शुभ माना जाता है। इसका बहुत महत्व होता है। यहीं से ग्राहक दुकान में आते हैं। साथ ही मां लक्ष्मी का आगमन भी इसी द्वार से होता है। इसलिए यह जरूरी है कि दुकान का मुख्य द्वार सही दिशा में (Dukan Ka Main Gate Kis disha me hona chahiye)ही हो तथा साफ-सुथरा हो।
अगर दुकान पूर्वमुखी है तो उसका मुख्य द्वार हमेशा पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। वहीं, दुकान अगर आपकी दक्षिण दिशा में है, तो मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में या दक्षिण-पूर्व कोण में ही होना चाहिए। अगर आपकी दुकान पश्चिम दिशा में है तो उसका मेन गेट उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा के बीच होना चाहिए। वास्तु शास्त्र अनुसार मेन गेट की दिशा का होना बहुत जरूरी है।
साफ-सुथरी होनी चाहिए मेन गेट के बाहर की जगह
दुकान के मेन गेट (Dukan Ka Main Gate Kaisa hona chahiye)पर गंदगी न हो और न ही वहां पर कोई गंदा सामान रखें। मेन गेट हमेशा साफ-सुथरा और आकर्षक रहे। समय-समय पर इसकी साफ-सफाई करें। दुकान के मेन गेट के पास गंदा नाला या कीचड़ नहीं होनी चाहिए। दुकान या ऑफिस (Office Ka Main Gate Kaisa hona chahiye) के पास मदिरा पीने वालों का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। दुकान के मुख्य द्वार के सामने कभी भी खंभा या विज्ञापन का बोर्ड या लंबी लटकती बिजली की तारें भी नहीं होनी चाहिए। साथ ही दुकान के सामने शोर-शराबा आदि भी नहीं होना चाहिए।
बिक्री बढ़ाने के लिए करें ये उपाय
वास्तु शास्त्र के अनुसार दुकान का मुख्य द्वार बाहर की बजाय अंदर की तरफ खुलना चाहिए। इससे दुकान में मां लक्ष्मी का वास होता है और घर में संपन्नता आती है। ऑफिस या दुकान का मुख्य द्वार चौड़ा होना शुभ संकेत देता है।
वास्तु के अनुसार अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान उत्तर-पूर्व कोने में होनी चाहिए। साथ ही कपड़े की दुकान में रखी डमी उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा में होनी चाहिए। इससे ग्राहकों पर सकारात्मक असर पड़ता है।
वास्तु शास्त्र (Vastu Tips)के अनुसार दुकान के बाहर पश्चिम दिशा में पौधे रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसे धन का आगमन होता है। साथ ही सौभाग्य के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा में नौ समुद्री मछलियों और एक काली मछली वाला एक्वेरियम रखें।
अस्वीकरण : यहां पर दी गई जानकारी सुझाव मात्र है। यह विभिन्न धारणाओं व मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श जरूर कर लें।