साल भर में लखपति बना देगी इस पौधे की खेती, जान लें तरीका

अगर आपके पास कोई खाली ज़मीन पड़ी है और आप उस ज़मीन से लाखों रूपए कमाने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारी में बताने जा रहे हैं जिसकी खेती करने से आपका सपना पूरा हो सकता है

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स्टीविया के पौधे से कई शुगरफ्री चीजें बनाई जाती हैं। ये चीनी की तुलना में 300 गुना ज्यादा मीठा होता है। इसी कड़ी में इसे मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, कमाल की बात यह है कि इसमें कैलोरीज की मात्रा शून्य होती है, जो इसे शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद बना देती है।

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हेल्थ एक्सपर्ट्स भी शुगर के मरीजों को स्टीविया से बने प्रोडक्ट लेने की सलाह देते हैं। ऐसे में इस पौधे की डिमांड खूब है जिसे देखते हुए भारत के कई इलाकों में किसान इसकी खेती करते हैं।

कैसे की जाती है स्टीविया की खेती और कितना होता है मुनाफा?

इससे पहले बता दें कि भारत के बेंगलुरु, पुणे, इंदौर और रायपुर जैसे शहरों में इस खास पौधे की खेती सबसे ज्यादा की जाती है। स्टीविया की पौधा 60 से 70 सेंटी मीटर बड़ा होता है। जानकारी के अनुसार, इस पौधे की खेती करने के लिए बहुत अधिक जमीन की जरूरत नहीं पड़ती है।

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आप स्टीविया की खेती से एक एकड़ में सालाना 6 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। वहीं, एक एकड़ की खेती का खर्च करीब एक लाख रुपये आता है। यानी एक सीजन में इसका मुनाफा 5 लाख रुपये तक हो सकता है।

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अधिक कमाल की बात यह है कि स्टीविया के पौधे में कीड़े नहीं लगते हैं, ऐसे में आपको इसके लिए रसायनिक खाद की भी जरूरत नहीं होगी। इस पौधे को उगाने के लिए करीब 15 सेंटी मीटर लंबी स्टीविया की कलम को काटकर पॉलीथिन की थैली में तैयार किया जाता है।

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इसके बाद इसे आलू की तरह खेत की मेड़ पर लगाया जाता है। ये पौधे जून और दिसंबर के अलावा किसी भी महीने में लगाए जा सकते हैं। साथ ही इन्हें लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च तक का बताया जाता है।

किन बीमारियों पर असरदार है स्टीविया?

स्टीविया में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। वहीं, डायबिटीज से अलग ये पौधा कैंसर, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर परेशानियों से निजात दिलाने में मददगार साबित होता है।