Parenting Tips : बात-बात पर बहस करने लगा है आपका बच्चा

Parenting Tips: उम्र बढ़ने के साथ खुद के नए विचार आना स्वाभाविक होता है। टीनएज में बच्चे कई शारीरिक, मानसिक बदलावों का सामना करते हैं। इसका नतीजा होता है कि बहुत से बच्चे छोटी-छोटी बातों पर बहस करने लगते हैं।

शांत रहें:

जब आपका बच्चा बहस कर रहा हो, तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप शांत रहें। यदि आप गुस्सा या परेशान हो जाते हैं, तो यह स्थिति को और भी खराब कर देगा। गहरी सांस लें और अपने बच्चे को शांति से बात करने दें।

उनकी बात सुनें

अपने बच्चे को यह महसूस कराएं कि आप उनकी बात सुन रहे हैं। उन्हें अपनी बात पूरी करने दें, भले ही आप उनसे सहमत न हों। बीच में उनका टोका-टाकी न करें या उनकी बातों को काटें नहीं।

उनकी भावनाओं को स्वीकार करें

अपने बच्चे को बताएं कि आप उनकी भावनाओं को समझते हैं, भले ही आप उनसे सहमत न हों। आप कुछ ऐसा कह सकते हैं, "मुझे पता है कि तुम अभी गुस्से में हो," या "यह निराशाजनक लग रहा है।"

उन्हें विकल्प दें

अपने बच्चे को दो या तीन विकल्प दें जो वे चुन सकते हैं। इससे उन्हें यह महसूस होगा कि उनका कुछ नियंत्रण है और वे स्थिति को कम करने में मदद कर सकते हैं।

सहयोग पर ध्यान दें

अपने बच्चे को सिखाएं कि कैसे सहयोग करें और समझौता करें। आप एक साथ समाधान खोजने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं जिससे दोनों पक्ष खुश हों।

इन बातों का रखें ध्यान

अपने बच्चे के लिए एक अच्छा रोल मॉडल बनें। यदि आप खुद अक्सर बहस करते हैं, तो आपका बच्चा आपके व्यवहार का अनुकरण करेगा। बच्चे को पॉजिटिव नेचर दिखाने पर रिवार्ड दें।