ये है मनाली की सबसे बेस्ट प्लेसेस, एक बार जायेंगे तो यही बस जायेंगे

हिल स्टेशन का जब भी नाम आता है तो मनाली का नाम सबसे पहले आता है, अगर आप मनाली जाने का प्लान बना रहे हैं तो इन जगहों पर जरूर विजिट करें, आइये जानते हैं इनके बारे में

सोलंग घाटी

मनाली शहर आकर सबसे पहले अगर किसी जगह का ख्याल आता है तो वो यही जगह है। आपके सफर को स्फूर्ति से भरना व रोमांचक बनाना इस जगह की विशेषता है। यहाँ आकर आप पैराशूटिंग से लेकर पैराग्लाइडिंग तक, घुड्सवारी से लेकर ओपन एयर जीप चलाने तक, सब कुछ कर सकते हैं। सर्दियों में हर जगह बर्फ से ढकी होती है। इस दौरान यात्रियों का स्किईंग में बहुत चाव होता है। गर्मियों में जब बर्फ पिघलने लगती है तब एक पारदर्शी बड़ी बॉल के अंदर दो लोगों को बैठकर जब घाटी से लुढ़कते हुए आते है तो दोगुना बढ़ जाता है। यहाँ आकर आप एक पल के लिए भी बोरियत का एहसास नहीं कर पाऐंगे।

रोहतांग पास

ये 3978 मीटर की ऊँचाई पर बसा मनाली पर्यटन स्थल का अभिन्न अंग है। जैसे-जैसे आप ऊपर जाऐंगे अद्भुत दृश्य आपको अचंभित करते रहेंगे। अतुलनीय नज़ारें जो आप कभी चाहकर भी नहीं भुला पाऐंगे। इसकी खूबसूरती आपको लीन कर देगी। अपने सौंदर्य से इसने कुछ फिल्म निर्देशकों को भी मुरीद बनाया है। जिसके चलते यहाँ जब वी मैट व ये जवानी है दीवानी जैसी फिल्मों के कुछ सीन यहाँ भी फिल्माए गए हैं।

चंद्रतल बारालाछा ट्रैक

4300 मीटर की ऊँचाई पर बसी यह झील हिमालयी क्षेत्र की सबसे ऊँची झील है। यहाँ प्राकृतिक सुंदरता व शांति का संगम होता है। उगते सूरज की किरणें जब पानी में झलकती है तो एक रमणीय दृश्य की रचना होती है। इस नज़ारे को देखते ही आप अपना कैमरा उठाए बिना रह नहीं पाऐंगे। हर तरफ बस प्रकृति की पुकार जोmआपको खुद में समा लेना चाहती होगी। रंग-बिरंगे बगीचें व विलुप्त वन्यजीव आपके सफर को यादगार बना देंगे। ताज़गी की लहर आपके रोम-रोम को पुलकित कर देगा।

मनिकरण साहिब

पार्वती नदी के तट के पास घाटी पर यह गुरुद्वारा स्थित है। मनाली से 39 किमी की दूरी पर स्थित यह गुरुद्वारा हिंदुओं व सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। गर्म पानी के कुंड में डुबकी लगाकर आपको पवित्रता का एहसास होने लगेगा। सिखों की यह मान्यता है कि गुरु नानक जी ने यहाँ अनेकों चमत्कार किए। वहीं हिन्दुओं की मान्यता यह है कि यहाँ शिव और पार्वती रहा करते थे। इसलिए मनाली के पर्यटन स्थल में इसकी बहुत मान्यता है। आस-पास का वातावरण शांति और आध्यात्मिकता में लिप्त रहता है।

कुल्लू

प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग कहा जाने वाला यह स्थान मनाली से 39.9 किमी की दूरी पर स्थित है। यह बहुत बड़े क्षेत्र में फैली घाटी हे जो अपने लुभावने दृश्यों और आलीशान पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। 1230 मीटर की ऊँचाई पर बसा यह स्थल प्रकृति से प्रेम करने वालों का महत्वपूर्ण गंतव्य है। कुल्लू को मनाली आकर्षक स्थल की बहन कहा जाता है। कुल्लू आने वाले यात्री अपने सफर को रोमांच से भरने के लिए रिवर राफटिंग, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, आदि कर सकते है।

मनु मंदिर

यह माना जाता है कि मनु मनुष्य जाति के रचयता थे और इन्हीं को समर्पित है ये मंदिर। पूरे भारत में एक यही मंदिर है जो मनु के लिए बनवाया गया है। यह मनाली भारत आकर्षक स्थल का महत्वपूर्ण स्थान है। यह मंदिर ब्यास नदी घाटी में स्थित है। पर्यटक यहाँ दैवीय शक्तियों के साक्षी बनने व आध्यात्मिक शांति को ग्रहण करने लिए आते हैं। हरियाली से लिपटा हुआ ये वातावरण आपके मन को सुकून देगा जिसकी तलाश में आप न जाने कितना ही भटके होंगे। वही भटकी हुई शांति आपको यहाँ ज़रूर मिल जाएगी।

नग्गर

ऐसा इलाका जिसे देखते ही आपका मन करेगा की आप कैमरे में इसके हर कोने को कैद कर लें। मनाली के पर्यटन स्थल में इसकी खास जगह है। चारों तरफ हरियाली जो आपको ताज़गी से परिचय करवा देगी। ट्रैकिंग का माहौल जो आपके सफर को आनंदमयी कर देगा। प्रकृति के आँचल में जो लोग विश्राम करना चाहते है वो मनाली इंडिया के दीवाने हैं। यहाँ आकर वे चैन की साँस लेते है और कुछ समय के लिए यहीं के होकर रह जाते हैं।