रोज़ाना की ये आदतें बनती है डिप्रेशन का कारण, आज ही कीजिये चेंज
आज बहुत सारे लोग डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं और इसका करना है रोज़ाना की ये आदतें, अगर आप इन आदतों को बदल लेते है तो आप इससे बच सकते हैं
आज बहुत सारे लोग डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं और इसका करना है रोज़ाना की ये आदतें, अगर आप इन आदतों को बदल लेते है तो आप इससे बच सकते हैं
इन दिनों कई सारे लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। यह एक मानसिक समस्या है जिससे कई लोग प्रभावित है। कामकाज के बढ़ते बोझ और अन्य कई कारण Depression की वजह बन सकते हैं लेकिन इन सबके अलावा हमारी कुछ आदतें भी हमें इसका शिकार बना सकती है। आइए जानते हैं डिप्रेशन की वजह बनने वाली ऐसी ही कुछ आदतें।
हमारी आदतों का हमारी सेहत पर गहरा असर पड़ता है। जैसी हमारी आदतें होंगी, वैसे ही हमारी सेहत होगी। स्वस्थ खानपान और सक्रिय जीवनशैली हमारे शरीर को पोषण देती है और बीमारियों से दूर करती है। लेकिन हमारी कुछ गलत आदतें हमें धीरे-धीरे डिप्रेशन जैसी खतरनाक बीमारी की तरफ भी ले जा सकती हैं
खाने की कमी होने पर शरीर एनर्जी कम होने के संकेत देने लगता है। ऐसे में खाना स्किप करने से जब शरीर एनर्जी लो होने के संकेत देता है, तो शरीर में तनाव पैदा होता है, जिससे एंग्जायटी और डिप्रेशन पैदा होता है।
कैफीन से शरीर और भी अलर्ट हो जाता है और इसकी अधिकता शरीर को अति सक्रिय करती है, जिससे इनसोम्निया जैसी नींद न पूरी होने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इससे एंग्जायटी और डिप्रेशन पैदा होता है।
ज्यादा समय तक सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने से आंखें और दिमाग दोनों ही थक जाती है। फिर कुछ मिनट के लिए भी सोशल मीडिया से दूर रहने पर फियर ऑफ मिसिंग आउट होने लगता है। जबरदस्ती फोन छूने की इच्छा होती है और ऐसा न कर पाने पर एंग्जायटी होने लगती है। एक समय के बाद ये डिप्रेशन में बदल सकता है।
शराब ब्रेन में मौजूद न्यूरोट्रांसमीटर और सेरोटोनिन के लेवल को बदलता है, जिससे एंग्जायटी और डिप्रेशन को बढ़ावा मिलता है।
दूसरों को इंप्रेस करने के लिए लग्जरी आइटम लोन पर लेना और जरूरत से ज्यादा खर्च करना एक बेहद बुरी आदत है। इससे जीवन में कर्ज और दिमाग में बेचैनी और दबाव बढ़ता है, जिससे घबराहट और अनिद्रा हो सकती है। ऐसे दिखावे वाली जीवनशैली असल में बोझ और दुख से भरी होती है, जो डिप्रेशन की तरफ इशारा करती है।