ये है देश की सबसे बढ़िया देशी शराब, देती है महंगी Alcohol को टक्कर
हमारे देश में बहुत सारे लोग महंगी शराब की बजाय देशी शराब पीना ज्यादा पसंद करते है, आज हम आपको देश की ऐसी देसी शराब के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके आगे महंगी शराब भी फेल है
हमारे देश में बहुत सारे लोग महंगी शराब की बजाय देशी शराब पीना ज्यादा पसंद करते है, आज हम आपको देश की ऐसी देसी शराब के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके आगे महंगी शराब भी फेल है
मध्य भारत में महुआ को एक लोकप्रिय देसी शराब ब्रांड माना जाता है. महुआ के पेड़ के मीठे फूलों को सुखा कर, फिर किण्वित कर बनाई जाने वाली इस शराब में अल्कोहल की मात्रा 17-22% होती है. मध्य भारत के राज्यों जैसे एमपी और झारखंड में सबसे लोकप्रिय है. यह भारत का एक अनोखा और किफायती हल्का अल्कोहलिक पेय है, जिसकी 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 180 रुपये है.
शायद ही ऐसा कोई शराब का शौकीन हो जिसने फेनी का नाम ना सुना हो. इसे गोवा की सबसे प्रसिद्ध देसी शराब ब्रांड के रूप में जाना जाता है. इस ऐतिहासिक पेय के दो मुख्य प्रकार हैं: काजू फेनी और नारियल फेनी. इसे अक्सर ठंडा और छोटे शॉट ग्लास में परोसा जाता है. पर्यटकों के लिए यह गोवा में स्थानीय पेय के रूप में पहली पसंद है. यह शराब की प्रति 500 मिलीलीटर की बोतल 300 रुपये है. फेनी में अल्कोहल की मात्रा 36-42% के बीच होती है.
पूर्वी भारत का ये लोकप्रिय देसी शराब ब्रांड नेपाल और बांग्लादेश में भी आम है. भारत में हंडिया कई प्रकार की होती है जिसे अनाज (गेहूं, बाजरा और राई) के आसवन द्वारा बनाया जाता है. इसकी किण्वन प्रक्रिया हंडिया को एक विशेष मीठा या मसालेदार स्वाद देती है. हंडिया की 500 मिलीलीटर की कीमत 190 रुपये है. इसमें अल्कोहल का प्रतिशत 8-9% है.
पूर्वोत्तर भारत का ये लोकप्रिय पेय स्थानीय बाजरा या गेहूं के दानों से आसुत किया जाता है. यह पूर्वोत्तर भारत में हिंदू रीति-रिवाजों और अवसरों से जुड़ा पेय है. इसकी 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत भारत में 90 रुपये है. छांग में अल्कोहल की मात्रा 7-8% होती है.
दक्षिण भारत का ये टॉप रेटेड देसी शराब ब्रांड ताड़ के पेड़ों की विभिन्न प्रजातियों के उत्पादों से तैयार किया जाता है. दक्षिण भारत और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी अलग-अलग किस्में हैं, जैसे नारियल ताड़ी, जो दक्षिण भारतीयों और श्रीलंका में सबसे प्रसिद्ध है. किथुल ताड़ी, जो किथुल ताड़ी से बनती है, सबसे आम है. टोडी देसी का ब्रांड भारत के बाहर भी मशहूर है. इसे दुनिया भर के विभिन्न देशों, जैसे श्रीलंका, इंडोनेशिया, कनाडा, मलेशिया और फिलीपींस में भी निर्यात किया गया है. कुछ जगहों पर इसका उपयोग अक्सर व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है. 500 एमएल ताड़ी की कीमत 140-200 रुपये है. ताड़ी में अल्कोहल की मात्रा 7-10% होती है.
जौ, गेहूं और राई अनाज से बने इस लोकप्रिय देसी शराब ब्रांड ने 2019 से भारत में प्रतिष्ठा हासिल की है. इसकी 500 मिलीलीटर की कीमत 110 रुपये है. यह शून्य प्रतिशत अल्कोहल वाला एक गैर-अल्कोहल पेय है.
इसे एक लोकप्रिय भारतीय देसी शराब ब्रांड माना जाता है. जो सौंफ, अंगूर और गुड़ से आसवित की जाती है. यह एशिया का एक प्रसिद्ध पेय है जिसका उपयोग लंबे समय से उपचारात्मक पेय के रूप में किया जाता रहा है. अरक भारत में विभिन्न सुगंधों और स्वादों में उपलब्ध है. यह केरल में सबसे प्रसिद्ध और आगंतुकों की पहली पसंद है. भारत में 500 मिलीलीटर अरक की कीमत 250 रुपये है. यह एक बहुत ही तेज़ पेय है, क्योंकि इसमें अल्कोहल का प्रतिशत 43% एबीवी है.